नेताजी की आरती
जय नेता जय नेता जय जय नेता,
घोटालों का भोग चढ़ें और चढें पैसा,
जय नेता जय नेता जय जय नेता,
एक मन्त्र महामंत्र लूटे और खसोट,
जनता का धन लूटे उनका खून चूसे,
इतने पर भी देखो इनका पेट नहीं भरता,
जय नेता जय नेता जय जय नेता,
दिखने में लगते भोले अंदर से काले,
कितने ही घोटाले देखो चढ़ें इनके हवाले,
फिर भी कहते हैं अपने को, गाँधीजी का बेटा,
जय नेता जय नेता जय जय नेता,
अपना तो काम इन्हें,निकलवाना खूब आता,
बातों से बात बने, वरना डंडों से है इनका नाता,
गुंडागर्दी है देखो,केवल इनका पेशा,
जय नेता जय नेता जय जय नेता,
नेता की बातें तो, केवल नेता ही जानें
नौकरी न मिले तो, नेता ही बने,
क्योंकि नेता के आगे, कोई नहीं टिकता,
जय नेता जय नेता जय जय नेता.
neta ji mahaan..accha kiya aapne unka gungaan :)
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